महेश आनंद एक फ़िल्मी बैक ग्राउंड का होकर भी जिन्हें विलेन के राइट हैंड का ही काम ज़्यादा मिला लेकिन अपनी मेहनत और लगन से उसने फ़िल्मी दुनियाँ में अपनी एक ऐसी ख़ास जगह बना ली कि दर्शक उसे कभी नहीं भुला पायेंगे। 13 अगस्त 1961 को मुंबई में जन्मे महेश आनंद का जीवन भी काफी मुफलिसी में गुजरा था। जब वो महज दो साल के थे, तभी उनकी मां का देहांत हो गया था। महेश आनंद की मां तारा देवी भी एक्ट्रेस थीं। महेश ने काफी संघर्ष किया और मॉडलिंग मे किस्मत आजमायी। फिल्मों में आने से पहले वो भारत के टॉप मॉडल्स में शुमार थे। इसके अलावा महेश आनंद ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट भी रह चुके हैं। अपना फिल्मी करियर शुरू करने से पहले वो दुनियाभर के प्रोफेशनल्स फाइट्स में हिस्सा लेते थे। महेश आनंद फिल्म ‘टारजन’ के लिए डयरेक्टर की पहली पसंद थे, लेकिन किसी कारणवश उनको यह रोल नहीं मिल सका।
बहरहाल फ़िल्मों में छोटे छोटे रोल करते हुए महेश 80 और 90 के दशक के एक चर्चित ऐक्टर बन चुके थे। उन्होंने हिंदी , तमिल , तेलुगु और मलयालम फिल्मों में भी काम किया। कभी विलेन के राइट हैंड का किरदार निभाने वाले महेश को उनके लुक की वज़ह से दर्शकों ने इतना पसंद किया कि उन्हें कई फिल्मों में मुख्य खलनायक की भूमिका भी मिलने लगी। महेश आनंद ने शहंशाह, मजबूर, स्वर्ग, थानेदार, विश्वात्मा, गुमराह, खुद्दार, बेताज बादशाह, विजेता और कुरुक्षेत्र जैसी हिट फिल्मों में बेहतरीन अभिनय से पहचान बनाई थी।
महेश आनंद के बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं कि वो एक ट्रेंड डांसर भी थे। इसके अलावा महेश आनंद एक्टर के साथ-साथ प्रोड्यूसर भी थे। दोस्तों महेश अपने निजी जीवन में कुछ ऐसे उलझे कि उन्होंने ख़ुद को शराब में डुबो लिया। बताया जाता है कि लगभग 18 साल से महेश आनंद को फिल्मों में काम ना मिलने की वजह से वजे डिप्रेशन में चले गये थे जिससे उन्हें शराब की लत लग गई थी। अंग्रेजी वेबसाइट सिनेब्लिट्ज की खबर के अनुसार, काम ना मिलने के चलते महेश काफी डिप्रेस रहते थे और उसे शराब की लत लग चुकी थी। वह ज्यादातर समय नशे में रहते थे। नशे में वह लोगों को फोन मिला देता थे। 18 सालों बाद उन्हें ‘रंगीला राजा’ के क्लाइमैक्स में डायरेक्टर पहलाज निहलानी ने कुछ मिनट का रोल दिया था।महेश आनंद एक अभिनेता हैं जिन्होंने कई सफल फिल्मों में एक दुष्ट आदमी का किरदार निभाया है।
महेश आनंद ने न तो शराब छोड़ी और न ही दोबारा करियर बनाने की कोशिश की। और फिर वह हुआ जो दिल दहलाने वाला था। वर्ष 2019 के 9 फरवरी को महेश आनंद की मृत्यु उनके घर में हुई। पड़ोसियों ने घर के अंदर से आने वाली बदबू की शिकायत पुलिस में की, जब पुलिस दरवाजा तोड़कर घर के अंदर पहुंची तो महेश की मृत शरीर मिली। पोस्टमार्टम से पता चला कि उनकी मृत्यु ज्यादा शराब पीने के कारण हुई थी।
महेश आनंद की पांच शादियां हो चुकी हैं और उनका एक बेटा भी है। पहली शादी में उन्होंने अभिनेता रीना रॉय की बहन बरखा रॉय से की थी और उसके बाद 1987 में मिस इंडिया इंटरनेशनल, एरिका मारिया डिसूजा, 1992 में मधु मल्होत्रा, 2000 में उषा बचानी से और 2015 में रूसी मूल की एक महिला से शादी की। महेश आनंद बहुत समय तक अकेले रहे थे और शराब की लत ने उन्हें परेशान किया था। उनका एक पुराना फेसबुक पोस्ट वायरल हो गया था, जिसमें उन्होंने अपने बेटे से एक बार मिलने की इच्छा व्यक्त की थी। उन्होंने लिखा था, “मेरे बेटे त्रिशूल, भगवान तुम्हारा भला करें।
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