देश की शिक्षा व्यवस्था के लिए एक अविश्वसनीय और चिंताजनक घटना NEET UG 2024 Paper Leak के रूप में हमारे सामने आया है – NEET की परीक्षा में पेपर लीक होने का मामला। यह न केवल एक व्यक्तिगत धोखाधड़ी की बात है, बल्कि यह एक पूरे राष्ट्र के भविष्य के संबंध में भी सवाल उठाता है। इस मामले में पटना से लेकर राजस्थान के विभिन्न हिस्सों तक कई घटनाएं सामने आई हैं, जो हमारे शिक्षा प्रणाली की मजबूती को सवालानुकूल बना रही हैं।
NEET UG 2024: पेपर लीक घटनाएं और उनका प्रभाव
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) हर साल लाखों छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो मेडिकल क्षेत्र में प्रवेश प्राप्त करना चाहते हैं। लेकिन इस साल की NEET UG 2024 परीक्षा में पेपर लीक होने की घटनाओं ने छात्रों और उनके परिवारों को निराश कर दिया है। इस प्रकार की घटनाएं न केवल विश्वास को हिला देती हैं, बल्कि प्रतिभावान छात्रों के भविष्य को भी प्रभावित करती हैं।
पेपर लीक की घटनाएं:
- पटना में छापेमारी: पटना में हुई नीट परीक्षा के पेपर लीक की गुप्त सूचना के बाद, बिहार की पटना पुलिस ने FIR दर्ज कर इस मामले में जांच शुरू की है। इसके साथ ही कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जिसमें कई नीट के परीक्षार्थी भी शामिल हैं। इसके अलावा, पटना के कई इलाकों में रेड चल रही है और छापेमारी की गई है।
- पेपर वितरण में गलतियाँ:राजस्थान के सवाई माधोपुर के आदर्श विद्या मंदिर परीक्षा केंद्र पर हुआ गजब का मामला सामने आया है। यहां पर हिंदी मीडियम परीक्षार्थियों को अंग्रेजी का पर्चा और अंग्रेजी मीडियम को हिंदी का पर्चा बांट दिया गया। इसके बाद हंगाम मच गया और कई परीक्षार्थी पर्चा लेकर परीक्षा कक्ष से बाहर आ गए। इस मामले में आपत्ति जाहिर की गई और हंगाम के बीच बदसलूकी की भी गई। यहां परीक्षार्थियों को पेपर और ओएमआर शीट अलग-अलग दी गई थी, जिससे लीकेज की आशंका उठी है।
- आपसी झगड़ा: सीकर में एक परीक्षार्थी ने दूसरे परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र के बाहर ही हमला कर दिया, जिससे सुरक्षाकर्मियों को सामना करना पड़ा।
NEET 2024: नीट यूजी परीक्षा में गलत पेपर का वितरण, NTA का बयान
नीट यूजी 2024 परीक्षा के दौरान राजस्थान के सवाई माधोपुर में एक केंद्र पर गलत पेपर बांट दिए गए थे। यह घटना गंभीर है और इसके बारे में एनटीए ने एक नोटिस जारी किया है। एनटीए के संज्ञान में आया कि परीक्षा के दौरान गलत पेपर का वितरण हुआ था, जिससे कुछ परीक्षार्थी पर्यवेक्षकों द्वारा रोकने के बावजूद परीक्षा केंद्र से बाहर आ गए।
एनटीए ने इस मामले पर कड़ा संज्ञान लिया है और सभी कैंडिडेट्स को समान अवसर देने के लिए निर्णय लिया है। प्रभावित केंद्र में 120 स्टूडेंट्स के लिए 5 मई को ही दोबारा परीक्षा आयोजित की गई।
रविवार को देशभर में हुए एमबीबीएस में दाखिले के लिए नीट यूजी की परीक्षा के कथित प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना पर बिहार की राजधानी पटना में कार्रवाई जारी है। पटना के SSP राजीव मिश्रा ने इस मामले में बताया कि शास्त्री नगर थाने में एफआईआर दर्ज करके पटना समेत अन्य ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। अब तक 12 लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया गया है।
NTA ने प्रश्न पत्र लीक होने की खबर से इनकार कर दिया है और कहा है कि सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से हुई है। इस मामले में गहरी जांच जारी है और न्यायिक कार्रवाई की जा रही है।
परीक्षा उत्तर कुंजी और परिणाम के लिए नीट यूजी की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर रखें।
समाज की प्रतिक्रिया:
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। राजनीतिक नेताओं ने भी इस मामले पर राजनीतिक बयान दिए हैं और जांच की मांग की है।
नीट पेपर लीक: प्रियंका और राहुल गांधी का सवाल
नीट परीक्षा के पेपर लीक होने की खबरों ने देश में बवाल मचा दिया है। इस मामले में कांग्रेस के नेता प्रियंका और राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं।
प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि देश के 24 लाख युवाओं के भविष्य के साथ फिर से खिलवाड़ हुआ है। उन्होंने संसद में पेपर लीक के खिलाफ कानून पास होने की मांग की।
वहीं, राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि NEET परीक्षा का पेपर लीक होने की खबर लाखों छात्रों के सपनों के साथ धोखा है।
इस मामले में नीति निर्माताओं को सार्वजनिक जवाब देने की जरूरत है और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। युवाओं के भविष्य को संरक्षित रखने के लिए सरकार को जिम्मेदारीपूर्ण कदम उठाने की आवश्यकता है।
प्रियंका और राहुल गांधी ने इस मामले पर सरकार को घेरा। उन्होंने सरकार से कड़े सवाल पूछे और उच्चतम स्तर की जांच की मांग की।
निष्कर्ष:
नीट यूजी 2024 परीक्षा में पेपर लीक के मामले में गहरी जाँच जारी है। रांची से केंद्रीय एजेंसियों के द्वारा पटना पुलिस को बताया गया कि पेपर का लीक होने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले में पटना पुलिस ने 13 अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा है।
अभी तक प्रश्न पत्र की लीक होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पुलिस द्वारा गहरे अन्वेषण की जा रही है। छापेमारी के कई इलाकों में पुलिस ने कार्रवाई की है। आशंका है कि कुछ परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की जगह सॉल्वर गैंग के सदस्य परीक्षा में बैठे थे।
पटना के एसएसपी ने बताया कि प्रश्न पत्र की लीक होने की पुष्टि अभी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच जारी है और उसके आधार पर निष्कर्ष निकाला जाएगा।
13 अभियुक्तों में सिकंदर प्रसाद यादवेंदु, बिट्टू कुमार, अखिलेश कुमार, आयुष कुमार, नीतीश कुमार, अमित आनंद, रौशन कुमार, अभिषेक कुमार, अनुराग यादव, अवधेश कुमार, रीना कुमारी, आषुतोश कुमार और शिवनंदन कुमार शामिल हैं।
NEET UG 2024 की पेपर लीक होने की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं और इससे सार्वजनिक विश्वास पर धारा पड़ी है। सरकार को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि छात्रों के भविष्य पर कोई असर न पड़े।
आखिरकार, यह हम सभी के लिए एक सख़्त संदेश है कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए और हमें सामाजिक न्याय की हर स्थिति में प्रोत्साहित करना चाहिए। इस प्रकार की घटनाएं सिर्फ शिक्षा प्रणाली को ही नहीं, बल्कि समाज को भी उजागर करती हैं कि हमें सभी को मिलकर इन्हें रोकने की कठिन प्रक्रिया में शामिल होना चाहिए।
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