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जब महमूद के भाई के कहने पर Amitabh Bachan ने शराब छोड़ दी

जब महमूद के भाई के कहने पर Amitabh Bachan ने शराब छोड़ दी
जब महमूद के भाई के कहने पर Amitabh Bachan  ने शराब छोड़ दी

जब महमूद के भाई के कहने पर Amitabh Bachan ने शराब छोड़ दी-दुनियाभर के लोग गोवा जाकर शराब में डूब जाते हैं, मगर अमिताभ बच्चन ने जिंदगी भर के लिए शराब छोड़ने का फैसला गोवा में ही लिया। बॉलीवुड में अपने सबसे पुराने दोस्त अनवर अली के कहने पर उन्होंने शराब छोड़कर करियर पर फोकस किया।

अनवर अली महान कॉमेडियन महमूद के सबसे छोटे भाई हैं
एक इंटरव्यू में अनवर अली ने बताया कि ” हम एक बार गोवा के मंडोवी होटल में थे। मैं गोल्ड स्पॉट पी रहा था। मैंने देखा अमित व्हिस्की, रम पूरे उत्साह से पी रहे थे। उन्होंने हैवी ड्रिंक की। मैंने उस वक्त उसे कुछ नहीं कहा। अगले दिन हम दोनों शाॅवर ले रहे थे। तब मैंने कहा- अमित ये आपकी शुरुआत है। शराब कलाकार के लिए हराम है। आपको कदम-कदम पर ऑफर करने वाले और पिलाने वाले मिलेंगे, लेकिन इससे दूर होकर आप अपने करियर को फोकस कर सकते हो।”

तब अमिताभ ने कहा- अन्नू तेरी बात दिल को लग गई। आज से मेरे लिए शराब हराम है। अमित ने व्हिस्की की बोतल ली और फोड़ दी। बोले, ले बीड़ू तेरी दोस्ती की खातिर ये छोड़ दी। मुझे खुशी है कि फिर अमित ने कभी शराब को हाथ नहीं लगाया। बाबूजी और मां के संस्कार, विचार और आदर्श के साथ-साथ खुद के समर्पण ने अमिताभ को सदी का महानायक बना दिया।

1969 में एयरपोर्ट पर पहली बार मिले
अनवर ने बताया कि ” अमित से पहली मुलाकात 1969 में सांताक्रूज एयरपोर्ट पर हुई थी। उस वक्त जलाल आगा मेरे साथ थे। एक लंबा नौजवान सफेद कुर्ता पायजामा और वेस्ट कोट पहने हुए हमारे पास आया और अपना परिचय दिया, ‘हेलो, मैं अमिताभ’। महमूद भाई ने मुझे जगुआर कार दे रखी थी। उसी कार से हम डायरेक्टर ख्वाजा अहमद अब्बास के ऑफिस गए। उनकी फिल्म सात हिंदुस्तानी में अमिताभ और मैं दोनों थे। सात हिंदुस्तानी की शूटिंग के दौरान अमित और मेरी दोस्ती परवान चढ़ती गई। दोनों अपना करियर शुरू कर रहे थे। इस तरह दोनों एक दूसरे के मोटिवेशनल फैक्टर भी बने।”
“शुरुआती दिनों में हम अलग-अलग स्टूडियो या डायरेक्टर के यहां चक्कर काटते थे। तब अमित का अटायर होता था अलीगढ़ी कुर्ता, पायजामा, कोल्हापुरी चप्पल और झोला। यह अमित का स्टाइल स्टेटमेंट था। हमारी कार सिग्नल पर रुकती तो लोग मुझे पहचानकर बोलते- ‘यह तो महमूद का भाई और उसका दोस्त है।’ तब अमित कहता- देखना भाई, एक दिन अपने को देखने के लिए लाइन लगेगी। उसकी वो बात सच हो गई।

अमिताभ बच्चन और महमूद की दोस्ती बॉलीवुड की अनोखी कहानी में एक रोमांचक अध्याय है। यह दोनों ही कलाकारों के बीच एक गहरा बंधन था जो उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के अलावा भी एक-दूसरे के साथ जोड़ता था।

महमूद, एक प्रमुख कॉमेडियन थे, जबकि अमिताभ बच्चन एक युवा कलाकार थे जो अपना करियर बनाने की तलाश में थे। दोनों का मिलन फिल्म “आंधी” में हुआ था, जो दोनों के करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था। इसके बाद, उनकी दोस्ती की धार ने बड़े पर्दे को भी प्रभावित किया।

वे दोनों के बीच एक साथ अनेक फिल्मों में काम करने का समय आया, जिनमें “मैं ने प्यार किया”, “शोले” और “दोन” शामिल हैं। उनकी अद्वितीय कॉमेडी और ड्रामा फिल्मों में उनकी साझेदारी कभी भी दर्शकों को हंसी और रोने के बीच ले जाती रही है।

यह दोस्ती फिल्म इंडस्ट्री में एक अद्वितीय और स्थायी रिश्ता है, जो साक्षात्कारों और इतिहास में हमेशा अमर रहेगा। अमिताभ बच्चन और महमूद की दोस्ती एक अद्वितीय रिश्ता है, जो बॉलीवुड के साथ ही उनके दिलों में भी बसता है

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